नंदराजवंश का गौरवशाली इतिहास
प्रमुख विषय जिनपर परिचर्चाएँ आयोजित की गई
ज्वलन्त मुद्दा-आरक्षण की आवश्यकता एवं महत्त्व
ए.आई.एम.सी.ई.ए. का परिचय एवं उद्देश्य
बुद्धवादी विचारधारा
हमारे ऐतिहासिक महापुरुष किसी भगवान अथवा देवी देवता से किसी भी मामले में कम नही थे, उनकी नीति सम्पूर्ण विश्व में सराहनीय थी।
नंदराजवंश का गौरवशाली इतिहास प्राचीन भारत का गौरवशाली इतिहास रहा है। हमारे ऐतिहासिक महापुरुष किसी भगवान अथवा देवी देवता से किसी भी मामले में कम नही थे, उनकी नीति सम्पूर्ण विश्व में सराहनीय थी। जिसको देख सुन कर सारे विश्व…
१. अति पिछड़े वर्गों में वर्गीय भावना का अभाव ही उनके दुखों का मूल कारण है।२. लामबन्द होकर ही सामाजिक व्यवस्था के मारे अति पिछड़े वर्ग के लोग न्याय कर सकते हैं।३. भारतीय राजनीति में अति पिछड़े वर्ग के राजनेताओं…
आरक्षण कोई भीख नही अपितु हमारा संवैधानिक अधिकार है। इतिहास एवं वर्तमान इस बात का गवाह है जो भी सत्ताधारी अथवा नीति-निर्धारक बना है, उसने अपने ही लोगों को लाभान्वित किया है। अपने स्वजातियों एवं सम्बन्धियों को ढूंढ-ढूंढ कर लाभ…
स्थापना:–कराहती मानवता को समानता, बंधुत्व एवं प्रचलित घोर धार्मिक अंधविश्वास को दूर करने वाले तथागत गौतम बुद्ध एवं अर्हत् उपालि के विचारों से उपजी बौद्धिक क्रान्ति जहाँ समाज में नयी हलचल पैदा कर रही थी, वहीं इसके आधार पर राजनैतिक…
आल इण्डिया महापद्मनंद कम्युनिटी एजुकेटेड एसोसिएशन बुद्धवादी विचारधारा की समर्थक है एवं इसे मानती है। बुद्धवादी विचारधारा समता, ममता, करुणा मैत्री पर आधारित तार्किक एवं वैज्ञानिक विचारधारा है। इसमें ऊँच-नीच, भेद-भाव, छुआछूत, क्रमिक गैर बराबरी के लिये कोई जगह नही…